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जश्न-ए- भ्रष्टाचार



        जश्न-ए- भ्रष्टाचार


सोनिया और राहुल को बेल मिल गई.कांग्रेसियों के जश्न को  देखकर  लग रहा कि सोनिया और राहुल को नोबेल मिल गया है.अगर नो –बेल मिलता तो स्थिति कुछ और होती.आज-तक आपने जन्मदिन का जश्न, शादी का जश्न और तमाम प्रकार के जश्न का नाम सुना होगा लेकिन कल एक नएं जश्न का जन्म हुआ.बताते है.कांग्रेस जश्न मना रही है मगर किसका ? मैंने एक कांग्रेसी मित्र से पूछा, दोस्त ये अचानक जश्न क्यों मना रहें हो. उसने बताया कि कांग्रेस अध्यक्ष और हमारे युवराज़ को हेराल्ड पर जमानत मिल गई है. मुझे अजीब लगा कि जमानत तो सबको मिल जाती है इस पर जश्न कैसा !जब अदालत ने फिर निमंत्रण दिया ही है,और मुद्दा भी भ्रष्टाचार का है.हमने भी बोल दिया मित्रवर ये जश्न भ्रष्टाचार का तो जश्न नही है फिर क्या था. चिढ बैठे हमारे ऊपर,फिर आगे की रणनीति पर बात होने लगी.उन्होंने कहा कि जैसा अध्यक्ष जी ने कहा है कि हम लड़ेंगे, डरेंगे नही.पूरी कांग्रेस सोनिया –राहुल के साथ खड़ी है. अब देखिये न अजीबोगरीब स्थिति है भ्रष्टाचार इन दोनों ने किया है लेकिन कांग्रेस में किसी को ये कहना उचित नही लग रहा कि “जैसी करनी वैसी भरनी” क्या कहा जा सकता है.अगर कांग्रेस में ओहदा चाहिए तो भक्त बनना ही पड़ेगा फजूल में लोग बीजेपी को बदनाम किये हुए है.अब इससे बड़ी भक्ति क्या होगी चोरी और ऊपर से सीनाजोरी.मीडिया से कह रहें है हम कानून का सम्मान करते है आम आदमी की तरह कोर्ट में पेश हुए.अब मुझे किसी रोज़ पटियाला हाउस कोर्ट जाना पड़ेगा.ये देखने कि रोज़ ऐसे ही मीडिया वहां जमी रहती और सुरक्षा कड़ी रहती  है क्या? फिर ध्यान आया कि पेशी के साथ –साथ  शक्तिप्रदर्शन भी था.बहुत दिनों से कांग्रेसी सड़क पर उतरे नही थे लेकिन हे! हेराल्ड धन्य हो तुम, सड़क पर ला दिए.दरअसल हमारें गावं  में बूढ़े- बुजुर्ग कहा करते है कि चोरी किये हो तो मुंह छिपा के चलों लेकिन  अपने सियासतदानों को देखकर उनकी बात गलत लगती. अब चलन उल्टा ही हो गया है.चोरी किये हो तो प्रेस कांफ्रेंस करो.विरोधी होते किस काम के लिए है.उनको भी बतावो उन्होंने क्या किया अर्थात हमने तो भ्रष्टाचार किया ही है, वो कौन से दूध के धुले है.छोड़ो भईया ये  राजनीति है सभी आपस में मिले है.चाचा नेहरु कभी सोचे नही होंगे कि हमारी ही विरासत एक दूसरे को खत्म करने पर तुल जायेंगे दरअसल ये बात इसलिए क्योकि सोनिया और उनके सुपुत्र राहुल भी उन्ही की विरासत है और हेराल्ड भी.अब दोनों में ठन गई है पहले इन्होने हेराल्ड को बंद किया अब खुदा-न खस्ता हेराल्ड पर स्वामी ने जो कर दिखाया है हेराल्ड आज छाती चौड़ी कर बोल रहा होगा हमारे दफ्तर में ताला लगवाया अब इनकी बारी है.आखिर समय सबका आता है. कुछ भी हो हमने तो पूछ दिया ये जश्न क्यों हो रहा अकबर रोड पर आप ना पूछियेगा क्योकि आपका भी भ्रष्टाचार उजागर हो सकता है.फिलहाल कांग्रेस को जश्न-ए-भ्रष्टाचार की बधाई.

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