अभी कुछ ही दिन पहले की बात है जब सऊदी अरब के मक्का में क्रेन गिरने से हुए हादसें के दौरान 107 लोग काल के गाल में समा गयें थे. अभी ये जख्म भरा भी नहीं था कि फिर से गुरुवार को वहां से बुरी खबर आई.बकरीद के साथ ही हज की अंतिम रस्म जिसमें मीना,मुज़दलफा और मैंदान-ए अराफात से लौटने के बाद जमेरात में शैतान को पत्थर मारनें की परंपरा है.उसी वक्त मीना के पास भगदड़ मचने के कारण 700 से अधिक लोग मौत की नींद सो गयें और लगभग 800 से अधिक लोग घायल हो गयें. इस घटना का कारण अभी पूरी तरह से स्पष्ट नही हुआ है. लेकिन कुछ बातें निकल कर सामने आ रहीं है.मसलन जिस रास्तें से पत्थर मारने के लिए श्रद्धालु जातें है, उसके बाद दूसरे गेट से बाहर निकलतें हैं लेकिन यहाँ लोग उसी रास्तें से वापस भी आने लगें जिससे भीड़ अनियंत्रित हो गई. लोग एक दूसरे के ऊपर गिरने लगें और चंद मिनट में ही लाशों के ढेर बिछ गयें.इस हादसें ने सभी देशों के जनमानस को झकझोर कर रख दिया.सभी देश इस घटना के बारे में सुनकर अपने दुःख और पीड़ा को व्यक्त कियें बगैर नहीं रह पाएं.जिसको जब खबर मिली टीवी तथा रेडियो से चिपक गया.इस घटना ने कई देश को हिल
इस ब्लॉग के माध्यम से लोगो तक अपनी अभिव्यक्ति को व्यक्त कर आपके सामने परोसना है ,विचारो में मतभेद होते हैं और होने भी चाहिएं .आप हमेशा एक तर्कपूर्ण बहस के लिए आमंत्रित है .. स्वागत है ..बंदन है .....अभिनंदन है .......